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अमेरिका पहुंचे पाकिस्तानी PM इमरान खान, सेना प्रमुख बाजवा, ISI चीफ भी साथ…


Lucknow:वाशिंगटन । पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान शनिवार को अपनी तीन दिवसीय यात्रा के लिए वाशिंगटन पहुंच गए हैं। पाकिस्तानी अखबार के अनुसार, पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल क़मर जावेद बाजवा और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस यानि आईएसआई (ISI) के महानिदेशक फ़ैज़ हमीद, वाणिज्य के लिए प्रधानमंत्री के सलाहकार अब्दुल रज्जाक दाऊद प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ हैं। यह पहली बार है जब व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री के साथ दो शीर्ष जनरलों का आगमन हुआ है। अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री इमरान खान अमेरिका में 3 दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर आए हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी, जो फिलहाल अमेरिका में मौजूद हैं। उन्होंने खुद पीएम इमरान खान को रिसीव किया। एक तरफ जहां इमरान खान, 22 जुलाई को ट्रंप के साथ बातचीत करेंगे, तो दूसरी ओर पाकिस्तान आर्मी चीफ, अमेरिकी रक्षा मंत्री पैट्रिक एम और संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ जनरल मार्क से मुलाकात करेंगे। इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने बताया कि इमरान खान अपनी इस यात्रा के दौरान ट्रंप के साथ अफगानिस्तान और दक्षिण एशियाई क्षेत्र में शांति पर चर्चा करेंगे। इमरान खान खान अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत के आवास पर रहेंगे। लॉबिंग पर PAK को भरोसा पाकिस्तान ने अमेरिका के साथ अपने रिश्ते सुधारने के लिए एक प्रमुख लॉबिंग फर्म को काम पर रखा है। 2017 में डोनाल्ड ट्रम्प के पद संभालने के बाद से ही पाकिस्तान और अमेरिका के बीच संबंध अच्छे नहीं हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कई बार पाकिस्तान को आतंकी संगठनों पर लगाम लगाने में नाकाम रहने और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उसकी भागिदारी को लेकर नसीहत दे चुके हैं। प्रधानमंत्री इमरान खान सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति से ओवल में कार्यालय में मिलने वाले हैं। बता दें कि लगभग चार वर्षों के बाद कोई पाकिस्तानी नेता अमेरिकी दौरे पर जा रहा है। इससे पहले अक्टूबर 2015 में नवाज शरीफ अमेरिका दौरे पर गए थे। समाचार एजेंसी के मुताबिक पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने वाशिंगटन में रेनॉल्ड्स और उनकी टीम के सदस्यों के साथ चर्चा की। इस दौरान उन्होंने लॉबिंग फर्म के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किया। बता दें कि इस लॉबिंग टीम में रेनॉल्ड्स, अमेरिकी कांग्रेस के कई पूर्व सदस्य, पूर्व वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी समेत कई विशेषज्ञ शामिल हैं। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वाशिंगटन में पाकिस्तानी दूतावास का पिछले छह सालों से लॉबिस्ट नहीं है। पाकिस्तान इन दिनों भारी कंगाली का सामना कर रहा है। इसी के तहत इमरान खान ने फिजुल खर्ची रोकने के लिए एक नया कदम उठाया है। खर्चों में कटौती के लिए इमरान खान ने एक वाणिज्यिक उड़ान पर कतर एयरवेज के माध्यम से यात्रा की। ट्रंप और इमरान खान की मुलाकात से पाकिस्तान को काफी उम्मीदें हैं। पीटीआई ने ट्वीट किया, ‘पाक-अमेरिकी दोस्ती एक ऊबड़-खाबड़ सवारी रही है, लेकिन एक सौहार्दपूर्ण मित्रता फिर भी। पीएम खान की अमेरिका यात्रा एक लक्ष्य के लिए आपसी सहयोग के लिए उस दोस्ती को फिर से हवा दे रही है, क्षेत्र में शांति और स्थिरता!’
Dastak Times